हटो आचार्य प्रशांत
जिनसे कुछ नहीं मिलना, हम उन्हीं के पीछे बार-बार क्यों भागते हैं? || आचार्य प्रशांत (2024)
43:43
चाहते ही गए हमेशा, और चाहतों से बर्बाद हुए || आचार्य प्रशांत, दुर्गासप्तशती द्वितीय चरित्र (2023)
1:37:49
चालू लोगों के लिए (ठहाका विशेष) || आचार्य प्रशांत (2024)
1:01:51
हिम्मत हो, तो दुनिया आपकी है || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव ऋषिकेश में (2021)
33:52
धर्म का विकृत व प्रचलित रूप है \"लोकधर्म\" || आचार्य प्रशांत, गीता दीपोत्सव (2024)
42:14
माॅं के हाथ का खाना || आचार्य प्रशांत
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पत्नी के हाथ के पराँठे, माँ के हाथ की सब्ज़ी || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)
27:50
ज्योतिष (Astrology) का नशा क्यों बढ़ता जा रहा है? || आचार्य प्रशांत (2024)
28:10
मौज का सूत्र: ‘मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता’ || आचार्य प्रशांत, अष्टावक्र गीता पर (2023)
1:14:02
ये दुख क्यों खत्म नहीं होता! || आचार्य प्रशांत (2025)
17:30
दूसरों को हराना हो तो खुद को हराना सीखो || आचार्य प्रशांत (2024)
29:03
महिला घर बैठी रहे तो बुरा क्या? || आचार्य प्रशांत, अ.भा. आयुर्विज्ञान संस्थान - AIIMS, नागपुर (2022)
11:30
उनके लिए, जो भावनाओं में बह जाते हों || आचार्य प्रशांत, गीता दीपोत्सव (2024)
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बाप-बेटे के रिश्ते की कहानी || आचार्य प्रशांत (2024)
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उठा लेंगे खतरे, नहीं चाहिए सहारे || आचार्य प्रशांत (2023)
30:42
बदलना चाहते हो - तो ये हटाओ जीवन से! || आचार्य प्रशांत (2024)
12:44
दर्द पक्का है, इसलिए मुस्कुराओ || आचार्य प्रशांत, अष्टावक्र गीता पर (2024)
54:56
अगर जीवन में हिम्मत की कमी लगती हो || आचार्य प्रशांत (2019)
10:29
इन चक्करों में हम फँसते नहीं || आचार्य प्रशांत, अष्टावक्र गीता पर (2024)
1:08:52
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