भजन आध्यात्मिकभक्ति)
स्वानुभव के बिना भ्रमता ही रहा हु मैं (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
5:21
ओ जाग रे मेरे मीत, तुझे ध्रुवराज बुलाते हैं। (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
3:36
परिणामों से मोक्ष प्राप्त हो, परिणामों से बंध रे। (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
4:45
चिन्मय चेतन की चितवन में धूम मचाई रे। (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
6:21
शुद्धात्मा का दर्शन होगा, हरदम सुखों का सेवन होगा। (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
5:39
ज्ञान का ज्ञेय बनाते चलो (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
3:07
मैनें निज को पहिचाना पहचाना निज आतम। (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
7:50
ऐ आतम है तुझको नमन, शुद्धातम है तुझको नमन। (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
4:14
भगवान आत्मा आनंद भंडार चेतन उसपर दृष्टि कर (जैन भजन /आध्यात्मिकभक्ति)
3:40
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